Thursday 28 June 2012

ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर


प्रेमसुख: इस दिन का तो मुझे कब से इंतजार था।
चमेली: तो मैं जाऊं?
प्रेमसुख: ना ! बिल्कुल ना।
चमेली: क्या तुम मुझसे बहुत प्यार करते हो?
प्रेमसुख: हां। पहले भी करता था,करता हूं और आगे भी करता रहूंगा।
चमेली: क्या तुम कभी मेरे साथ धोखा करोगे?
प्रेमसुख: ना। इससे अच्छा तो यह होगा कि मैं मर ही जाऊं।
चमेली: क्या तुम हमेशा मुझे प्यार करोगे?
प्रेमसुख: हमेशा।
चमेली: क्या तुम मुझे कभी मारोगे?
प्रेमसुख: ना। मैं ऐसा आदमी नहीं हूं।
चमेली: मैं क्या तुम पर भरोसा कर सकती हूं?
प्रेमसुख: हां।
चमेली: ओ हो डार्लिग।

सगाई के 5 साल बाद
अब इसे नीचे से ऊपर की ओर पढ़े।

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